Aug 23, 2011

कृष्ण जन्म से जगमग अंगना !!


मथुरा। भादों का महीना और कृष्ण पक्ष की अष्टमी। रात बारह बजे और आकाशवाणी वाला शुभ मुहूर्त। गर्भगृह [जेल] में पहरेदारों की आंखें भारी होने लगीं।पलक बंद हो गए। कुछ ही पलों में दुनिया के तारणहार योगीराज श्रीकृष्ण बालरूप में पृथ्वी पर अवतरित हो गए। तीन लोक से न्यारी मथुरा श्रद्धा के सागर में गोते लगाने लगी। जन्मभूमि पहुंचे लाखों भक्त प्रभु जन्म के साक्षात गवाह बने।
कंस के कारागार [गर्भगृह] में कृष्ण जन्म लीला एक बार फिर जीवंत हो उठी। यहां कृष्ण जन्म के साथ ही समूचा जगत हाथी-घोड़ा-पालकी, जय कन्हैया लाल की..के जयघोष उठे। बृज की ऐतिहासिक भूमि में घंटे, घड़ियाल, झांझ, मजीरे, शंख ध्वनि, मृदंग, ढोल-नगाड़ों की आवाज गूंजने लगी। इनके संग करोड़ों कंठों के जयकार स्वरों से त्रिलोक आनंदित हो गये। इनकी गूंज उठी तो दूर यमुना की लहरों से टकराई। इससे उसे भी संदेश पहुंच गया कि नन्हे स्वरूप में बांकेबिहारी कुछ ही पलों में पिता वसुदेव के साथ आने वाले हैं। बस इतने भर से ही वह इठलाने लगी।
कन्हैय्या जन्म के अलौकिक दृश्य का प्रस्तुतीकरण रात्रि 11 बजे विघ्नेश्वर और नव ग्रह पूजन से शुरू हुआ। प्रकटे बाल कृष्ण का जन्मभूमि न्याय अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास और संत गुरुशरणानंद ने दुग्ध, दही और शहद से दिव्य अभिषेक किया। इसके बाद गर्भगृह में अ‌र्द्ध रात्रि पर्यत तक बाल गोपाल के दर्शन हुए। इससे पूर्व महंत नृत्यगोपाल दास महाराज और संत गुरुशरणानंद महाराज ने धर्म की जय और अधर्म के नाश का घोष किया। पहले महंत जयघोष करते थे और फिर उनके समर्थन में लाखों कंठ बोलते थे। उनका समर्थन दुगुने हाथ ऊपर उठकर करते थे।

Aug 17, 2011

India against Corruption! Releasing Shortly Multi Billion $ Small Budget Film


where is the prime minister?why kapil sibbal & P. Chidambaram is answering all shit?Mr. Prime Minister is nt responsible for the condition of the country? The whole nation is on roads,have rebellious attitude..cant he speak two words & show his power of seat??or as usually he is only a puppet whose strings r being pulled by unknown forces known as "Madame Italy" who is by the way not in India...when she'll come then P.M will answer..così attendere fino ad allora (so wait till then in Italian..)Absolutely my main point of view is this, main terror is hide till now, who is Rahul Gandhi, Soniya Gandhi, Digvijay singh all UPA Government members. we should't forget it, they are killed democracy directly.
.  "LOOT LE INDIA" 

Producer : Ambani Bros,
Director : Sonia & Sharad
Hero : Manmohan Singh.
Villian : Baba Ramdev & Anna Hazare
Supporting cast : Ashok Chavan, A Raja , D Maran , Kanimohzi & Kalmadi
Comedy : Lalu Prasad Yadav, Rahul Gandhi, Digvijay Singh
Guest Appearance : S Balwa
Script : Karunanidhi
Choreography : Supreme Court & Subramanian Swamy
Action :...

अघोषित आपातकाल?

कल भारत की शाब्दिक ६५ वा स्वतंत्रता दिवस मनाया गया ...... बड़ी -बड़ी सफलताये लालकिले की प्राचीर से प्रधानमंत्री ने गिनाई ,,,बड़े- बड़े स्वतंत्र भारत की उपलब्धियों के दावे किये गये लोकतंत्र की सफलता गिनाईऔर ८ वी बार लाल किले पर झंडा फहरा कर स्वतंत्र भारत के इतिहास में अपना नाम लिखा लिया लोकप्रिय प्रधानमंत्री के तौर पर............. पर क्या ...वे वा...स्तविक रूप से लोकप्रिय प्रधानमंत्री है ????क्या हम स्वतंत्र भारत में जी रहे है ???

जबकि लोकपाल बिल को लेकर जब अन्ना ने अनशन करनेकी ठानी तो पुलिसने अन्ना के अनशनको कुल मिलाकर २२ शर्तो के आधीन बाँध दिया कि जिनके अनुसार आन्दोलन हो,,,पर शर्तो के आंदोलनकारियो नामंजूर करने पर ,,,, सरकार की और से आपत्तिजनक रवैया आने लगा और फिर रात से ही गिरफ्तारियां शुरू हो गयी औरसुबह 10 बजे अन्ना और उनके साथियो को पुलिस ने जबरन गिरफ्तार कर लिया,,,,,,, क्यों ????????

क्या यह अघोषित आपात काल की स्थिति नहीं है क्या यह स्वतंत्र भारत है?? क्या हम स्वतंत्र है??,जबकि न तो विचार अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता , न शांति पूर्वक आन्दोलन व् प्रदर्शन की स्वंतंत्रता ????????

औरवह भी तब,, जब स्वतंत्र भारत का संविधान हमें मौलिक अधिकारों में विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता , शान्ति पूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने की स्वतंत्रता देता है क्या यह संवेधान की अवहेलना नहीं है?????

क्या यह अघोषित आपातकाल नहीं है ?????  
     
                                    
RISHIKESH KR SHARMA.

Aug 15, 2011

इंडिया की सोच : राजनीति में भ्रष्‍टाचार क्‍यों, कितना और कैसे मिटेगा ?

आज बहस के केंद्र में भ्रष्टाचार है। एक तरफ टीम अन्ना है तो दूसरी ओर सरकार। तीसरी तरफ हैं आप। बहुत कुछ देखा आपने। बहुत सोचा। अब आपकी बारी है।  सब कुछ बोलिए। खुल कर बोलिए। यहाँ अन्ना और सरकार, दोनों सुन रहे हैं आपकी बात। अब एक ही मंच पर होंगे पक्ष-विपक्ष और आप। यानी 'इंडिया की सोच'।

देश की 65वें स्‍वतंत्रता दिवस पर यह एक शुरुआत है। यह शुरुआत आजादी की सालगिरह के मौके पर करने के पीछे भी एक खास मकसद है। मकसद यह कि भ्रष्‍टाचार की बात करते हुए भ्रष्‍टाचार से लड़ने और आजादी पाने की राह भी निकालने का संकल्‍प लिया जाए।

Independence Day

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सभी देशभक्तों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाये जय हिंद *****जय भारत !


Independence Day

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